कोया पुनेम व संवैधानिक केन्द्रीय प्रशिक्षण शिविर 8 से 12 फरवरी को आयोजन : KBKS

लगभग 15000 वर्ष पूर्व हमारे आदिम पुरखों द्वारा निर्मित सुंदर राक पेंटिंग और प्राकृतिक सौंदर्य से आच्छादित ग्राम कुर्री, विकास खण्ड भानुप्रतापपुर, जिला कांकेर छत्तीसगढ़ राज्य में आयोजित हो रहा है महान बुमकाल विद्रोह और उसके नायक वीर गुंडाधूर से प्रेरित होकर समुदाय ने  दो दशक पहले बुमकाल दिवस 10 फरवरी के दिन ही समुदाय के वरिष्ठ लोगों ने KBKS की स्थापना की थी। 
बुमकाल दिवस के साथ-साथ दिनांक 08 फरवरी से 12 फरवरी 2024 तक पांच दिवसीय इस कार्यक्रम में देश भर के चयनित युवा साथी गोटुल विश्वविद्यालय सिस्टम के शैक्षणिक तकनीक से कोयतोरियन टेक्नोलॉजी, हन्नुम  पंडुम, नार्र व्यवस्था, टोंडा,मंडा कुंडा, पेन मंडा सिस्टम, लिंगो पेन का टोटेमिक मेट्रिक्स, गोटुल करसना तकनीक, Gotul Sports , एडवेंचर स्पोर्ट्स, राक क्लाइम्बिंग, गोंडवाना के वैज्ञानिक सिद्धांत आदि पारम्परिक पद्धतियों का विस्तृत अध्ययन, प्रायोगिक परीक्षणों से किया जाता है। देश भर से आए विषय विशेषज्ञों के द्वारा पांचवी अनुसूची, पेसा, वनाधिकार मान्यता कानून आदि संवैधानिक उपबंधों पर गहन परिचर्चा  किया जायेगा केबीकेएस एक शोध आधारित प्रशिक्षण प्रदायी सामुदायिक संगठन है जो प्रकृति, पर्यावरण, कोया पुनेम, इंडिजीनस पारम्परिक तकनीक, व संवैधानिक अधिकारों पर कार्य कर रहे विभिन्न संगठनों के कार्यकर्ताओं को प्रशिक्षण प्रदान करता है ताकि देश भर के इन विभिन्न संगठनों के कार्यक्षमता में बढ़ोतरी हो सके।
हम जानते हैं कि वर्तमान में हमारे समुदाय के साथ ही पृथ्वी पर प्रकृति और मानव का जीवन संकटग्रस्त स्थिति में पहुंच गया है इसलिए प्रकृति पुनेम के लिए अपना जीवन समर्पित करने वाले सगाजन जरूर भाग लें। ताकि हम सब मिलकर। 
शोषणमुक्त कर्जमुक्त आडम्बरमुक्त भयमुक्त रोजगारयुक्त आत्मनिर्भर स्वावलंबी आत्मविश्वास से लबरेज पुनेमी समुदाय का निर्माण कर सकें यही केबीकेएस का मुख्य उद्देश्य है । 
इस वर्ष भी प्राथमिक स्तरीय प्रशिक्षण प्राप्त चयनित युवक - युवतियों को ही प्रवेश दिया जाएगा। जिसमें राष्ट्रीय कोटा 120 प्रशिक्षणार्थी , प्रान्तीय कोटा 400 प्रशिक्षणार्थी क्षेत्रीय कोटा 230  प्रशिक्षणार्थी की ही निर्धारित की गई है इस प्रकार से इस वर्ष सिर्फ 750 प्रशिक्षणार्थी ही सम्मिलित होकर KBKS  के विभिन्न गतिविधियों में सम्मिलित हो सकते हैं।
प्रशिक्षणार्थियों को उनके विंग प्रभारियों के द्वारा उचित नियमों की जानकारी दी जाएगी जिनका परिपालन करना अनिवार्य है।
टीप:- (1) प्रशिक्षार्थी लया-लयोरों को दिनांक 8 फरवरी को दोपहर  2 बजे तक उपस्थित होना अनिवार्य है।
(2) लया-लयोरों को सदियों  से चली आ रही  पारम्परिक सफेद पगड़ी व लयाओ को सफेद स्कार्फ पहनना अनिवार्य है।  
(3)यथासंभव सभी अपने पारम्परिक वेशभूषा व पारम्परिक वाद्ययंत्रो के साथ आवें।
(4) अपने साथ ओढ़ने,बिछाने,पहनने के  कपड़े जरूर लावें।
(5)प्रशिक्षण स्थल पर पालिथीन व प्लास्टिक से बनी सामाग्रियां पूर्णतः प्रतिबंधित है। 
(6) प्रशिक्षण में आने की जानकारी वे अपने परिजनों व स्थानीय  समाज प्रमुखों को जरूर देकर आवें।
(7) प्रशिक्षार्थी लया-लयोरों को दिनांक 13 फरवरी को  पेन विदा तक रूकना अनिवार्य है।
(8) चूंकि प्रशिक्षण स्थल पर पेन शक्तियां भी आमंत्रित की गई है अतः प्रशिक्षार्थियों को पेन नियमों का भी परिपालन  करना अनिवार्य है।
(9)प्रशिक्षार्थी लया लयोरों का पंजीयन उनके नाम पिता का नाम टोटम, गोत्र, पता, रूचिकर विषय आदि दर्शाते हुए अपने प्रभारियों के माध्यम से भेजें।
(10) लया-लयोरों को प्रतिदिन होने वाले  सभी सत्रों मे उपस्थित रहना अनिवार्य है क्योंकि भोजन,नाश्ता/स्नान ,शयन  जैसे अवकाश सत्र में भी पारम्परिक आदिम जीवनशैली को प्रायोगिक ढंग से समझाने की कोशिश की गई है।
(11) लया लयोरों को कार्यक्रम संचालन हेतु अलग जिम्मेदारी भी  वहन करनी होगी जिससे उनमें निर्णय, नेतृत्व क्षमता विकसित हो सके।
(12)किसी भी राजनीतिक  दल के नारे, सिम्बाल, चिन्ह, ड्रेस प्रयोग करना सख्त़ प्रतिबंधित है।
(13) इस वर्ष भी पारम्परिक बीज/पारम्परिक वेशभूषा ,पारम्परिक वादययंत्र, पारम्परिक औषधि आदि प्रवेश टोकन है जिसकी जानकारी पंजीयन के दौरान बता दी जाएगी
पंजीयन प्रभारी व संपर्क नंबर ये रहेंगे 
मो नंबर -7646872557
2.  -6263510562
3.  - 6264279359
4.  - 8450066717
5.  - 7974460333
इन नंबरों पर बात करके अपने जिला व राज्य प्रभारीयों की जानकारी लेकर आनलाइन व आफलाइन पंजीयन की जानकारी प्राप्त कर सकते हैं
KBKS WG India